अव्यवस्था – आखिर मां पूर्णागिरि मेले के दौरान कैसे लगाएंगे तीर्थयात्री टनकपुर की पवित्र शारदा नदी में आस्था की डुबकी, अभी तक स्नान घाट हैं पानी के बगैर सूखा।

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अव्यवस्था – आखिर मां पूर्णागिरि मेले के दौरान कैसे लगाएंगे तीर्थयात्री टनकपुर की पवित्र शारदा नदी में आस्था की डुबकी, अभी तक स्नान घाट हैं पानी के बगैर सूखा।

टनकपुर (चम्पावत)। मां पूर्णागिरि मेला शुरू होनें में सिर्फ पांच दिन का समय शेष हैं, लेकिन अभी भी शारदा नदी की जलधारा स्नान घाट से लगभग पांच सौ मीटर दूर बह रहीं हैं, स्नान घाट में सिर्फ रेत और गंदे पानी के अलावा कुछ नहीं हैं। अगर यही हाल रहा तो मेले के दौरान तपती रेत को पार कर स्नान घाट से पांच सौ मीटर दूर तीर्थयात्रियों को आस्था की डुबकी लगाने पर विवश होना पड़ेगा। इसके अलावा वहाँ पर पुलिस सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की आवश्यकता होंगी, जो संभव नजर नहीं आ रहीं हैं।

गौरतलब हैं कि प्रत्येक वर्ष मेला शुरू होनें से पूर्व शारदा नदी के रुख को स्नान घाट की ओर डायवर्ड किया जाता रहा हैं। लेकिन इस बार अभी तक सम्बंधित विभागों द्वारा कोई भी कार्यवाही अमल में नहीं लायी गयीं हैं, अगर हालात यही रहें तो जहाँ मेले के दौरान तीर्थयात्रियों को भारी फजीहत का सामना करना पड़ सकता हैं तो वहीं पुलिस कर्मियों के लिए दुश्वारियों का सामना करना पड़ सकता हैं। 15 मार्च से शुरू होनें वाले उत्तर भारत के सबसे बड़े मेले में स्नान घाट अभी भी सूखा नजर आ रहा हैं। जिस कारण स्नान घाट में नगर पालिका की दुकानों में व्यापार के लिए बैठे लोग भी खासे परेशान नजर आ रहे हैं। उनका कहना हैं कि अगर नदी का रुख स्नान घाट की ओर नहीं किया गया तो उनके लिए दुकानों का किराया निकालना भी दूभर हो सकता हैं। देखना होगा कि मेला शुरू होनें से पहले स्थानीय व पालिका प्रशासन इस मामले में कोई सकारात्मक रुख अपनाता हैं या हालात जस के तस रहेंगे, ये तो आने वाला समय ही बताएगा। अलबत्ता सूखा स्नान घाट तीर्थयात्रियों व मेला दुकानदारों के लिए परेशानियों का सबब बना हुआ हैं।

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