टनकपुर तहसील से बड़ी खबर- फर्जी तरीके से आय प्रमाण पत्र बनाने वाले सीएससी सेंटर का रजिस्ट्रेशन होगा निरस्त, एसडीएम आकाश जोशी ने दी जानकारी।
टनकपुर (चम्पावत)। तहसील प्रशासन की ओर से गुरुवार को एक बड़ी खबर सामने आ रही है, फर्जी आय प्रमाण पत्र बनाने वाले सीएससी सेंटर का रजिस्ट्रेशन निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू की गई है, वही जिलाधिकारी ने पत्र भेजकर सीएससी सेंटर को ब्लैक लिस्ट किए जाने की सिफारिश की है। इस आशय की जानकारी उपजिलाधिकारी आकाश जोशी से गुरुवार की शाम चार बजे प्राप्त हुई।
उल्लेखनीय है कि टनकपुर तहसील में जन सेवा केंद्र (CSC) से मिलकर एक व्यक्ति द्वारा आय प्रमाणपत्र में छेड़छाड़ की गई है। तहसीलदार जगदीश गिरी की जांच में यह मामला सामने आया। मंगलवार की देर शाम तहसीलदार जगदीश गिरी नें आरोपी व्यक्ति और सीएससी सेंटर के खिलाफ तहरीर सौपी। जिसके बाद दोनो के खिलाफ बुधवार को कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं गुरूवार को एसडीएम आकाश जोशी नें सीएससी सेंटर के लाइसेंस निरस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू किये जाने की जानकारी दी है।
आरोप के मुताबिक टनकपुर के शिवम गुप्ता ने इस साल 26 सितंबर को EWS (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग हेतु आय और संपत्ति का प्रमाण पत्र) के लिए आवेदन किया गया था। आवेदक द्वारा ऑनलाइन संलग्न किए गए अभिलेखों की प्रशासन की ओर से की गई जांच में शिवम गुप्ता के स्थान पर आय प्रमाणपत्र किसी अन्य का होना पाया गया। तहसीलदार के पत्र में कहा गया है कि आवेदक द्वारा धोखाधड़ी की मंशा से कूटरचित दस्तावेज बनाया गया और इस कूटरचित दस्तावेज का उपयोग EWS प्रमाणपत्र बनाने के लिए किया गया। आवेदक द्वारा EWS का आवेदन CSC के यहां से ONLINE किया गया है।
एसडीएम आकाश जोशी के निर्देश पर तहसीलदार की ओर से टनकपुर थाने में शिकायत की गई। शिकायत के आधार पर टनकपुर थाने में शिवम गुप्ता और CSC संचालक नितिन मंगला के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। कोतवाली प्रभारी सुरेंद्र सिंह कोरंगा ने बताया कि जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं CSC संचालक का कहना है कि सितंबर 2024 में सीएससी सेंटर में तैनात कार्मिक द्वारा यह आवेदन ऑनलाइन अपलोड किया गया था। वहीं तहसील प्रशासन ने कूटरचित प्रमाण पत्र को रद्द कर दिया है। एसडीएम आकाश जोशी नें बताया सीएससी सेंटर के लाइसेंस को निरस्त व ब्लेक लिस्ट किये जाने की कार्यवाही जारी है। उन्होंनें कहा फर्जीवाड़ा किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।