टनकपुर के दयानंद इंटर कॉलेज में अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस अवकाश के चलते एक दिन पूर्व हर्षोल्लास से मनाया गया, बालिकाओं को बधाई देते हुए की गयी उनके उज्जवल भविष्य की कामना।
टनकपुर (चम्पावत)। “बेटा तो भाग्य से होता है, लेकिन बेटियां सौभाग्य से होती हैं।” यह विचार दयानन्द इंटर कालेज मे आयोजित अंतराष्ट्रीय बालिका दिवस मे व्यक्त किये गये। वैसे तो अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस 11 अक्टूबर को मनाया जाता है, लेकिन इस तिथि को सार्वजनिक अवकाश होनें के कारण एक दिन पूर्व मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय मे आयोजित कार्यक्रम का संचालन विद्यालय की अध्यापिका योगिता के द्वारा किया गया, तथा कार्यक्रम के अध्यक्ष विद्यालय के प्रबंधक मनुश्रवा आर्य रहे | कार्यक्रम के माध्यम से सभी को यह शिक्षा देना है कि किस प्रकार आज बालिका हर क्षेत्र में उन्नति कर रही है, और आगे बढ़ रही है हमें बालिकाओ को ऐसे ही प्रोत्साहित करते रहने की आवश्यकता है। बालक व बालिका में कोई भेद नहीं है, दोनों को शिक्षा तथा समानता का अधिकार है। बालिकाओं को शिक्षा, चिकित्सा, खेलकूद आदि क्षेत्रों में अवसर प्रदान करने चाहिए। इसी क्रम में विद्यालय की प्रधानाचार्या माहेश्वरी पांडे ने बताया कि बालिका ही हमारे समाज में आगे चलकर एक पुत्री, बहन और पत्नी के कर्तव्यों का निर्वहन करती है। इसलिए हमें इनका सम्मान कर, समानता का और स्वतंत्रता का अधिकार देना चाहिए । विद्यालय में बालिका दिवस के इस कार्यक्रम में विद्यालय के प्रबंधक मनुश्रवा आर्य विद्यालय की प्रधानाचार्या माहेश्वरी पाण्डेय तथा समस्त शिक्षक शिक्षिकाएं एवं बालक बालिकाएं उपस्थित रहे ।