स्वच्छता पख़वाड़े को मुँह चिढ़ाता गंदगी का अम्बार, शारदा नदी के नजदीक कूड़े का ढेर हटाने और ट्रचिंग ग्राउंड बनाये जाने की मांग को लेकर माँ पूर्णागिरी पर्यावरण संरक्षण समिति ने अध्यक्ष दीपा देवी के नेतृत्व में एसडीएम को सौपा ज्ञापन।
➡️ शारदा नदी के नजदीक बने कूड़े के ढेर पर्यावरण को कर रहे हैं दूषित – दीपा देवी.
➡️ धार्मिक यात्रा में आने वाले तीर्थयात्रियों की भावनायें भी हो रही हैं आहत.
➡️ स्वच्छता पखवाड़े में शारदा नदी के नजदीक लगे कूड़े के ढेर इस अभियान में साबित हो रहे हैं ग्रहण.
➡️ स्वच्छ भारत मिशन अभियान को लग रहा हैं पलीता.
टनकपुर (चम्पावत)। पूरे प्रदेश में इस समय 17 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक स्वच्छता पखवाड़ा चलाया जा रहा हैं। जहाँ देश और प्रदेश की सरकार स्वच्छता अभियान की मुहिम चला रही हैं।ऐसे में टनकपुर की पवित्र शारदा नदी के नजदीक और मस्जिद के नीचे लगे कूड़े के ढेर इस अभियान की मानों पोल खोल रहे हैं। जहाँ नगर पालिका परिषद द्वारा पूरे शहर की गंदगी को एकत्रित कर कचरे के पहाड़ बना दिए गए हैं। नगर पालिका परिषद का सात महीने पहले दूसरी बार निजाम बदल गया लेकिन नहीं बदली इस जगह की तस्वीर। जहाँ लोग नाक पर रुमाल रखने के लिए आज भी मजबूर हैं। इसी गंदगी के ढेर को हटाने की मांग को लेकर माँ पूर्णागिरी पर्यावरण संरक्षण समिति ने अध्यक्ष दीपा देवी के नेतृत्व में उपजिलाधिकारी आकाश जोशी को ज्ञापन सौपा। जिसकी एक प्रतिलिपि जिलाधिकारी चम्पावत को प्रेषित की गयी हैं।
अध्यक्ष दीपा देवी ने मीडिया से रूबरू होते हुए बताया सारे शहर का कूड़ा कचरा नगर पालिका परिषद द्वारा शारदा नदी के नजदीक एकत्रित किया जा रहा हैं। जहाँ कूड़े के ढेर पहाड़ में तब्दील हो चुके हैं। उन्होंने कहा वर्तमान में नवरात्र के चलते माँ पूर्णागिरी का मेला चल रहा हैं, ऐसे में तमाम तीर्थयात्री इसी मार्ग से होकर नेपाल के सिद्धबाबा के दर्शनों को जाते हैं, नगर पालिका द्वारा पार्किंग भी यही बना रखी हैं, जिससे तीर्थयात्रियों की धार्मिक भावनाये तो आहत होती हैं, वही संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा भी बना हुआ हैं।उन्होंने कहा सुबह शाम मॉर्निंग और इवनिंग वॉक करने, एवं सेना की भर्ती की तैयारी में लगे युवाओं को भी भारी फजीहत का सामना करना पड़ता हैं। कूड़े के ढेर में तमाम गौवंशीय पॉलीथिन खाकर बीमार होते हैं और कई पशुओ की मौत भी हो जाती हैं। वही इस गंदगी से पर्यावरण भी दूषित हो रहा हैं। उन्होंने जिलाधिकारी चम्पावत और एसडीएम टनकपुर से कूड़े के ढेर को हटाए जाने के साथ ही शहर से दूर ट्रचिंग ग्राउंड बनाये जाने की मांग की हैं।
इस दौरान माँ पूर्णागिरी पर्यावरण संरक्षण समिति की अध्यक्ष दीपा देवी, सुनीता सक्सेना, पुष्पलता, गीता देवी, आशा देवी, खीमा देवी, हीरा कली, भगवान देवी, मंजू देवी, मधु देवी, सुनीता देवी, महेश आर्या सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
बताते चले सूबे के मुखिया की विधान सभा के टनकपुर में विगत कई वर्षों से पूरे शहर का कूड़ा कचरा पालिका के वाहनों में भरकर यहाँ इकट्ठा किया जा रहा हैं, पिछले बोर्ड के कार्यकाल से लेकर अब तक पालिका प्रशासन और पालिका बोर्ड एक ट्रचिंग ग्राउंड तैयार नहीं कर सका हैं। बोर्ड के नये कार्यकाल को लगभग सात महीने होने जा रहे हैं, लेकिन पालिका की गुटबाजी के अलावा क्षेत्र के मतदाताओं को कूड़े का ढेर विरासत में मिला हैं। क्षेत्र की जनता को इस गंदगी से कब छुटकारा मिलेगा ये तो आने वाला समय ही बताएगा, अलबत्ता शारदा नदी की ओर जाने वाले लोगो की नाक से रुमाल अभी भी नहीं हट पा रहा हैं। कब हटेगा गंदगी का अम्बार, कब मिलेगी लोगो को राहत और कब नगर पालिका का बनेगा ट्रचिंग ग्राउंड, ये बड़ा सवाल हैं।