कारगिल विजय दिवस-चम्पावत में श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया गया शौर्य दिवस, “तुम मुझ में अब भी हो, पहले मेरे लफ़्ज़ों में थे, अब मेरी ख़ामोशियों में हो, वीर सैनिकों को दी गयी श्रद्धांजलि।

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कारगिल विजय दिवस-चम्पावत में श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया गया शौर्य दिवस, “तुम मुझ में अब भी हो, पहले मेरे लफ़्ज़ों में थे, अब मेरी ख़ामोशियों में हो, वीर सैनिकों को दी गयी श्रद्धांजलि।

चम्पावत। कारगिल विजय दिवस (शौर्य दिवस) शनिवार को जनपद चम्पावत में पूरे सम्मान, श्रद्धा और राष्ट्रभक्ति की भावना के साथ मनाया गया। मुख्य कार्यक्रम जिला सैनिक कल्याण कार्यालय परिसर में आयोजित हुआ, जहां अमर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की गई और वीर जवानों व उनके परिजनों का भावपूर्ण सम्मान किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिलाधिकारी मनीष कुमार, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति, विधायक प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल (से.नि.) उमेद सिंह, जनप्रतिनिधिगण, वीर नारियां, पूर्व सैनिक, सेना व अर्धसैनिक बलों के अधिकारी और गणमान्य नागरिकों ने अमर ज्योति में दीप प्रज्वलन कर शहीदों को नमन किया।

जिलाधिकारी मनीष कुमार ने कहा कि कारगिल के वीर शहीदों ने अपने प्राणों की आहुति देकर देश की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा की। उन्होंने कहा कि यह बलिदान हम सभी को प्रेरित करता है कि राष्ट्रहित में सदैव कर्तव्यनिष्ठ रहें। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा चंपावत के पाटी क्षेत्र में सैनिकों के लिए रेस्ट हाउस और सैनिक कार्यालय की स्थापना की जा रही है तथा जिला चिकित्सालय में ECHS स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार सैनिकों और उनके परिजनों के लिए कई जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित कर रही है और सभी से आग्रह किया कि वे इन योजनाओं का लाभ लें।

विधायक प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार निरंतर सैनिकों और उनके परिवारों के हित में कार्य कर रही है और आगे भी करती रहेगी। उन्होंने कहा कि वीर नारियों का त्याग और सहनशीलता हम सभी के लिए प्रेरणा है। कार्यक्रम के दौरान भावुक क्षण देखने को मिले जब वीर नारियों की आंखों से शहीदों की याद में अश्रु छलक उठे और पूरा परिसर एक साथ गर्व और संवेदना से भर उठा। कारगिल युद्ध के वीर सिपाही नायक दान सिंह मेहता को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। साथ ही शहीदों के परिजनों एवं वीर नारियों — श्रीमती पार्वती देवी (पत्नी स्व. विक्रम सिंह), श्रीमती बच्ची देवी (माता स्व. जगत सिंह), और श्रीमती हरु देवी (माता शहीद राहुल रैंसवाल – सेना मेडल प्राप्त) को भी शॉल ओढ़ाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।

कारगिल विजय दिवस के अवसर पर विभिन्न विद्यालयों में रचनात्मक प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। अंतरविद्यालय निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान राकेश सिंह, द्वितीय संजना रैंसवाल, एवं तृतीय राखी भंडारी ने प्राप्त किया। चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम वर्धा जोशी, द्वितीय उर्वशी, एवं तृतीय माही को पुरस्कृत किया गया। एनसीसी कैडेट्स द्वारा आकर्षक मार्च पास्ट एवं झांकी के साथ साथ देशभक्ति गीत “सारे जहाँ से अच्छा” प्रस्तुत किया। जीजीआईसी चंपावत की छात्राओं ने “ऐ वतन”, और “ए मेरे वतन के लोगों” जैसे देशभक्ति गीतों की सजीव प्रस्तुतियां दीं, जिनमें संगीत शिक्षिका का सराहनीय सहयोग रहा। कार्यक्रम का संचालन श्री राजेंद्र गहतोड़ी द्वारा किया गया।

पुलिस अधीक्षक अजय गणपति ने कहा कि हम आज सुरक्षित हैं क्योंकि सीमाओं पर हमारे जवान सजग हैं। उन्होंने युवाओं से नशे, साइबर फ्रॉड और अन्य सामाजिक बुराइयों से दूर रहकर सैनिकों की तरह अनुशासित, निर्भीक और राष्ट्रभक्त बनने की अपील की। इस अवसर पर पुलिस की टुकड़ी द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर भी प्रदान किया गया। कर्नल (से.नि.) उमेद सिंह ने वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए युवाओं से पैशन, निर्भीकता, मेहनत और प्रेरणादायक पुस्तकों के अध्ययन का मंत्र अपनाने को कहा। कर्नल बी.डी. जोशी (से.नि.) ने सभी नागरिकों की ओर से शहीदों को नमन करते हुए कहा कि हमें वीरों के आदर्शों को जीवित रखना है। इस अवसर पर नायक दान सिंह मेहता ने कारगिल युद्ध के अनुभव साझा करते हुए बताया कि कैसे विषम परिस्थितियों में भी भारतीय सैनिकों ने अदम्य साहस और एकता से विजय प्राप्त की।

जिलाधिकारी मनीष कुमार ने कहा कि चंपावत गौरव की भूमि है — आदर्श चंपावत की परिकल्पना को साकार करने में वीर सैनिकों, वीरांगनाओं और वीर माताओं का योगदान सर्वोपरि है। उन्होंने पूर्व सैनिकों से अनुरोध किया कि वे विद्यालयों में जाकर बच्चों को शौर्यगाथाएं सुनाएं, ताकि आने वाली पीढ़ी भी देशभक्ति से प्रेरित हो। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वीर सैनिकों व उनके परिजनों से संबंधित कार्यों को प्राथमिकता से निस्तारित किया जाए। इस अवसर पर एनसीसी व एसएसबी के अधिकारी के साथ ही अर्धसैनिक बलों के अधिकारी, वीर नारियां, पूर्व सैनिक, एनसीसी के कैडेट्स, स्कूली बच्चे और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।

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