टनकपुर चम्पावत राष्ट्रीय राजमार्ग के स्वाला के पास आये मलबे से लगभग साढ़े सात घंटे बंद रहा हाइवे, तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद फंसे हुए 216 वाहन निकाले गये l
चम्पावत l स्वांला के पास मलबा आने से लगभग साढ़े सात घंटे टनकपुर- पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग बंद रहा l तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद फंसे हुए 216 छोटे बड़े वाहन निकाले गये l इसके अलावा चंपावत जिले की 16 आंतरिक सड़कें भी बंद बतायी जा रही हैं l
टनकपुर चम्पावत राष्ट्रीय राजमार्ग के स्वाला के पास आये मलबे से लगभग साढ़े सात घंटे बंद रहा हाइवे, तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद फंसे हुए 216 वाहन निकाले गये l
प्राप्त जानकारी के मुताबिक स्वांला के पास शुक्रवार की सुबह 10.12 बजे से बंद सड़क शाम पौने छः बजे खुल सकी। लेकिन सड़क की खराब हालत को देखते हुए सामान्य आवाजाही बंद रही। सिर्फ एनएच पर टनकपुर से चंपावत के बीच फंसे वाहनों को ही निकाला गया। पुलिस और अन्य एजेंसियों ने इन फंसे वाहनों को स्वांला के खतरनाक जगह से निकलवाया। आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक 216 से अधिक जीप, बस, ट्रक और अन्य फंसे वाहनों को करीब तीन घंटे में निकाला जा सका।
प्रशासन ने रास्ते में फंसे यात्रियों को पानी, बिस्कुट, नमकीन सहित जरूरी खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई। मलबे को हटाए जाने के बावजूद स्वांला पर जोखिम होने से रात में एनएच पर सिर्फ इमरजेंसी वाहनों को ही आवाजाही की इजाजत दी जा रही है। इसके अलावा चंपावत जिले के 16 राज्यमार्ग या आंतरिक मार्ग भी बंद हैं। इससे आवाजाही कर रहे लोगों के अलावा ग्रामीणों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ा । शुक्रवार दिनभर अधिकांश समय मूसलाधार बारिश होने से कई जगह दीवार गिरने, रास्ते क्षतिग्रस्त होने की खबर है। मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश के पूर्वानुमान के चलते प्रशासन ने 6 जुलाई को इंटर तक स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद करने के आदेश दिए हैं।
टनकपुर चम्पावत हाइवे में स्वाला के पास मलबा आने के कारण रोड ब्लॉक होनें पर प्रशासन नें पर्वतीय क्षेत्रों को जाने वाले सभी वाहनों को सुरक्षा के दृष्टिगत टनकपुर के ककराली गेट पर ही रोक दिया l जिस कारण लम्बा जाम लग गया l सब कुछ ठीक रहा तो इन वाहनों को शनिवार को आगे जाने दिए जाने की प्रशासन द्वारा जानकारी सामने आ रही है l