टनकपुर में अतिक्रमण हटाने गयी रेलवे की टीम को लोगों के विरोध के चलते लौटना पड़ा बैरंग, सोमवार को संयुक्त बैठक के बाद होगा फैसला।
टनकपुर (चम्पावत)। शनिवार को रेलवे स्टेशन परिसर के आसपास अतिक्रमण हटाने गयी टीम के स्थानीय लोगों के विरोध व जिलाधिकारी के निर्देश पर रेलवे टीम के मंसूबे पूरे नहीं हुए, स्थानीय लोगों के विरोध के चलते टीम को वापिस लौटना पड़ा। आधी अधूरी तैयारी के साथ अतिक्रमण हटाने गयी टीम को डीएम के निर्देश पर बैरंग लौटना पड़ा। अब इस मसले पर सोमवार को तहसील सभागार में संयुक्त बैठक के बाद ही आगे की कार्यवाही सम्भव होना बतायी जा रही हैं।
आपको बता दे शनिवार को रेलवे प्रशासन के द्वारा अतिक्रमण हटाने के लिए तैयारी की गई थी। लेकिन रेलवे प्रशासन की सारी की सारी तैयारी स्थानीय लोगों के विरोध के चलते परवान नहीं चढ़ पायी। इसके अलावा जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद रेलवे की टीम को अपने कदमो को पीछे खींचना पड़ा।
बताया जा रहा है कि सोमवार को तहसील सभागार मे रेलवे, नगर पालिका और राजस्व विभाग की संयुक्त बैठक व डिमार्केशन के बाद ही अगली कार्यवाही की जा सकती हैं।
इस अभियान में स्टेशन अधीक्षक के डी कापड़ी, आरपीएफ उप निरीक्षक चंद्र प्रकाश सहित आरपीएफ के अन्य जवान शामिल रहे। वहीं वन विकास निगम के सदस्य हरीश भट्ट, पूर्व पालिका अध्यक्ष विपिन कुमार वर्मा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष अमजद हुसैन, मंडल अध्यक्ष तुलसी कुंवर, मंडल महामंत्री शशांक गोयल, गौरव गुप्ता, पूर्व सभासद रईश अहमद, पूर्व सभासद प्रतिनिधि वकील अंसारी, भाजपा नेता सुनील बाल्मीकि सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
अतिक्रमण के मामले में रेलवे विभाग के सेक्शन इंजीनियर राम आनंद ने बताया कि भारत अमृत स्टेशन योजना के तहत रेलवे स्टेशन में कई प्रकार के कार्य निर्माणधीन है। लेकिन रेलवे की भूमि में अतिक्रमण कर रह रहे लोगों की वजह से निर्माणधीन कार्यों में बाधा उत्पन्न हो रही है। बताया कि टनकपुर रेलवे परिसर के आसपास दोनों तरफ सड़क किनारे पर अतिक्रमण है। इस दौरान सड़क के दोनों और कच्चे और पक्के मकान बने हुए हैं। जिसे हटाया जाना आवश्यक हैं।
बताते चले सोमवार को जिलाधिकारी चम्पावत के निर्देश पर टनकपुर तहसील सभागार में प्रशासन की संयुक्त बैठक के बाद ही इस मसले का समाधान होनें की आशंका जताई जा रही हैं।