आपदा से गांव को बचाने की मांग को लेकर ग्रामीणों नें प्रधान प्रतिनिधि गणेश महर के नेतृत्व में मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन सीएम कैम्प कार्यालय टनकपुर में सौंपा।
टनकपुर (चम्पावत)। मानसून काल में ग्राम पंचायत उचौलीगोठ के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा हैं, जिससे सम्पूर्ण ग्रामीण खौफ के साये में जी रहे हैं, ग्रामीण क्षेत्र के अस्तित्व को बचाने की मांग को लेकर सैकड़ो ग्रामीणों नें प्रधान प्रतिनिधि गणेश महर के नेतृत्व में मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन सीएम कैम्प कार्यालय में विधायक प्रतिनिधि दीपक रजवार को सौंपा। जिसमें गांव के अस्तित्व को बचाने के लिए ग्रामीण स्थलों का अधिकारियों के साथ स्थलीय निरीक्षण कर उचित उपाय किये जाने की मांग की गयी हैं।
प्रधान प्रतिनिधि गणेश महर नें कहा मानसून काल में ग्राम सभा उचौलीगोठ खतरे की जद में आ चुका है। गाँव में किसानों की जमीनों का कटाव हो रहा है जिससे किसानों की रजिस्ट्री वाली जमीनों के साथ-साथ कई फलदार वृक्ष व पौराणिक पेड़ भी बह गये है। स्थिति काफी संवेदनशील बन चुकी है। कई पेड़ और किसानों की जमीनें खतरे के जद में आ चुकी है जिससे किसानों की धान की फसले तबाह हो रही हैं। उन्होंनें बाढ़ से बचाव के लिए बाटनागाढ़ का मलवा किसानों की जमीनों के किनारों में डलवाये जाने, चैक डेम से दूसरे चैक डेम तक सुरक्षा जालियों डलवाये जाने की मांग की हैं।उन्होंनें बताया हमारा गाँव चारों तरफ से नदी व नालों से घिरा हुआ है एक ओर शारदा नदी है तो दूसरी ओर कालीगाड़ बाटनागाड़ है, जिनका रुख पलटते ही गांव का अस्तित्व इतिहास के पन्नों में दर्ज हो सकता हैं, इसलिये उन्होंनें सूबे के मुखिया से अतिशीघ्र बाढ़ राहत के पुख्ता इंतजाम किये जाने की मांग की हैं।
इस दौरान ग्राम प्रधान पूजा महर, दीपा बोहरा, गणेश महर, देवकी देवी, अनीता देवी, ललिता देवी, सावित्री देवी, केदार सिंह, चन्दन सिंह, बहादुर सिंह, अनिल कुमार, जानकी देवी, सरिता देवी, माया देवी, मधु देवी, ममता देवी, आशा देवी, मोहन सिंह, रोहित भट्ट, उदय सिंह सहित सैकड़ो ग्रामीण मौजूद रहे।