मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रयासों से लोहाघाट के बाणासुर किले की पहाड़ी से पैराग्लाइडिंग की रोमांचक शुरुआत, पर्यटन विभाग ने शुरू की पहली उड़ान।
➡️ चम्पावत बनेगा साहसिक पर्यटन का हब.
➡️ उड़ान चंपावत से, लक्ष्य आसमान तक.
➡️ उत्तराखण्ड उड़ रहा है आत्मनिर्भरता और रोमांच की ऊँचाइयों की ओर.
चम्पावत। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रयासों से “आदर्श चंपावत” की परिकल्पना को साकार करते हुए, चंपावत में साहसिक पर्यटन की नई उड़ान शुरू हुई है। पर्यटन विभाग द्वारा पैराग्लाइडिंग की पहली उड़ान शुरू कर दी गई है, जिससे आने वाले समय मे चंपावत साहसिक पर्यटन का नया हब बनने जा रहा है। जिससे युवाओं को स्थानीय स्वरोजगार का अवसर मिलेगा तो वही पर्यटन को नई ऊँचाइयों तक विस्तार मिलेगा।
बताया जा रहा है प्रशिक्षित स्थानीय युवाओं को पैराग्लाइडर उपलब्ध कराते हुए अक्टूबर नवंबर से व्यवसायिक उड़ानों की योजना तैयार की जा रही है। इसके अलावा चूका व पंचेश्वर जैसे स्थलों पर भी विस्तार की तैयारी की जा रही है।