प्रशासन द्वारा बगैर सूचना के कच्चा अतिक्रमण हटाने और 15 दिन में मकान खाली किये जाने का नोटिस दिए जाने से गुस्साए ग्रामीणों नें प्रशासक दीपा बोहरा के नेतृत्व में सीएम कैम्प कार्यालय में सौंपा ज्ञापन।
टनकपुर (चम्पावत)। स्थानीय प्रशासन द्वारा शुक्रवार को ग्राम सभा थ्वालखेड़ा के ग्राम पंचायत खेतखेड़ा में कच्चा अतिक्रमण और घेराबन्दी को जेसीबी से हटाया गया, और अतिक्रमण की जद में आ रहें 13 मकानों को 15 दिन के भीतर खाली किये जाने का नोटिस दिया गया। जिससे गुस्साए ग्रामीणों नें ग्रामसभा प्रशासक दीपा बोहरा के नेतृत्व में सीएम कैम्प कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी जीवन सिंह नेगी को सौंपा। जिसमें सूबे के मुखिया से प्रशासन द्वारा चलाये जा रहें बुलडोजर अभियान से राहत दिए जाने की मांग की हैं।
मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन में ग्रामीणों नें सूबे के मुखिया से गुहार लगाते हुए कहा कि उनके पूर्वज विगत लगभग सौ वर्षों से खेतखेड़ा में रहकर अपने परिवार का पालन पोषण करते आ रहें हैं। स्थानीय प्रशासन द्वारा आनन फ़ानन में बगैर सूचना के शुक्रवार को जेसीबी चलाकर उनकी घेरा बन्दी (तार बाड़) को तोड़ दिया गया। उसके बाद उनके आशियानो को 15 दिनों के भीतर खाली किये जाने का नोटिस दिया गया हैं, जिससे हम सभी लोग भयभीत हैं। उन्होंनें मुख्यमंत्री से इस अभियान को बंद कर उनके आशियानो को बचाये जाने क़ी गुहार क़ी हैं।
इस दौरान प्रशासक प्रतिनिधि सुन्दर सिंह बोहरा, कैलाश कलखुड़िया, विशन सिंह महर, दीपक सिंह, मुकेश सिंह महर, रघुवर सिंह, किशन सिंह, मंजू देवी, मालती, ममता, अंजलि, पूजा महर, विमला, गीता बोहरा, राजकुमारी, हरीश, मुन्ना लाल, मुकेश सूरज, शंकर सहित तमाम ग्रामीण मौजूद रहें।