पर्यावरण संरक्षण – निर्माण कार्यों के दौरान पर्यावरण संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता देकर संतुलन बनाये रखने की हैं आवश्यकता, पर्यावरण के संरक्षण पर दें विशेष ध्यान – जिलाधिकारी
चम्पावत। जनपद में विकास कार्यों के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण को भी सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। इसी क्रम में देवदार वृक्षों के संरक्षण को सुनिश्चित करने हेतु जिला प्रशासन विशेष प्रयास कर रहा है। लोहाघाट नगर में सरकारी भूमि पर देवदार के हरे वृक्षों से संबंधित मीडिया रिपोर्टों को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए जिलाधिकारी ने इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए ठोस कदम उठाए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि विकास कार्यों और पर्यावरण संरक्षण के बीच संतुलन बनाए रखना आवश्यक है।
जिलाधिकारी ने कहा कि चाहे नगर क्षेत्र में देवदार के वन हों या निर्माणाधीन परियोजनाएँ, सभी स्थानों पर वृक्षों के संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। इसी कड़ी में निर्माणाधीन विज्ञान भवन परिसर में प्रस्तावित सड़क के लिए देवदार वृक्षों के कटान को रोकते हुए निर्देश दिए गए हैं कि सड़क का निर्माण इस प्रकार किया जाए जिससे वृक्ष सुरक्षित रह सकें और पर्यावरण को हानि न पहुँचे।