हेपेटाइटिस से बचाव और दिव्यांग सशक्तिकरण पर फोकस, टनकपुर के उपजिला अस्पताल में विधिक जागरूकता शिविर सम्पन्न।
टनकपुर (चम्पावत)। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, चंपावत के तत्वावधान में टनकपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का उद्देश्य विश्व हेपेटाइटिस दिवस के अवसर पर नागरिकों को हेपेटाइटिस के संक्रमण, इसके रोकथाम, उपचार व टीकाकरण के विषय में जागरूक करना था। कार्यक्रम की अध्यक्षता सीएमएस टनकपुर डॉ. घनश्याम तिवारी ने की, जबकि संचालन पीएलवी विजेंद्र अग्रवाल द्वारा किया गया।
शिविर के दौरान विधिक सहायता से संबंधित स्टॉल और प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें लोगों को स्वास्थ्य अधिकारों, सरकारी योजनाओं, दिव्यांग सशक्तिकरण और औषधि संबंधित कानूनी सहायता की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में मौजूद पैरा लीगल वॉलंटियर्स (पीएलवी) ने आमजन को हेपेटाइटिस ए, बी और सी जैसे संक्रमणों से बचने के लिए समय पर टीकाकरण कराने की सलाह दी। विशेष रूप से 0 से 18 वर्ष तक के सभी बच्चों और किशोरों के लिए यह टीकाकरण आवश्यक बताया गया। यह भी बताया गया कि टीकाकरण अगर इस आयु में न हो पाया हो तो बड़े होने के बाद भी इसे अवश्य कराया जाना चाहिए।
सीएमएस डॉ. घनश्याम तिवारी ने कहा कि हेपेटाइटिस एक गंभीर संक्रमण है, जो अधिकांशतः दूषित पानी और संक्रमित खून से फैलता है। इससे लीवर में सूजन, विकार और आगे चलकर कैंसर जैसी जटिलताएँ भी हो सकती हैं। उन्होंने समय पर टीकाकरण और जागरूकता को इससे बचाव का सबसे प्रभावी उपाय बताया।कार्यक्रम में उपस्थित डॉ. प्रभा जोशी और डॉ. ललित मोहन रखोलिया ने भी चिकित्सा पहलुओं को विस्तार से समझाते हुए कहा कि समाज में ऐसे जागरूकता शिविरों की नियमित आवश्यकता है।