भारत-नेपाल सीमा पर देवीपुरा में “स्वस्थ नारी-सशक्त परिवार” एवं नागरिक कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत निःशुल्क चिकित्सा शिविर का किया गया आयोजन।

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भारत-नेपाल सीमा पर देवीपुरा में “स्वस्थ नारी-सशक्त परिवार” एवं नागरिक कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत निःशुल्क चिकित्सा शिविर का किया गया आयोजन।

बनबसा (चम्पावत)। भारत सरकार द्वारा संचालित “स्वस्थ नारी – सशक्त परिवार” अभियान तथा सशस्त्र सीमा बल के नागरिक कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत सोमवार को सीमावर्ती ग्राम देवीपुरा में निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर मनोज कुमार, कार्यवाहक कमान्डेंट के निर्देशन एवं डॉ. बी.बी. सिंह, द्वितीय कमान अधिकारी (चिकित्सा) की उपस्थिति में संपन्न हुआ। इस शिविर का उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों में निवास करने वाले ग्रामीणों, विशेषकर महिलाओं को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ कराना एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना रहा। शिविर में कुल 115 ग्रामीणों का नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण, चिकित्सकीय परामर्श एवं दवाइयों का वितरण किया गया। उपस्थित डॉक्टरों द्वारा वायरल संक्रमण, मौसमी बीमारियाँ, तीव्र एवं दीर्घकालिक रोगों के लक्षण, उपचार और बचाव के उपायों पर प्रकाश डाला गया। डॉ. बी.बी. सिंह और उनकी टीम ने ग्रामीणों को वर्तमान मौसम में सामान्य रूप से होने वाली बीमारियों से बचने के लिए संतुलित आहार, स्वच्छता, नियमित योगाभ्यास और शारीरिक सक्रियता को अपनाने की सलाह दी। इस आयोजन में ग्राम प्रधान आशा देवी की सक्रिय भागीदारी रही। उनके साथ-साथ ग्राम की अनेक महिलाओं ने भी उत्साहपूर्वक शिविर में भाग लिया एवं चिकित्सा सेवाओं का लाभ उठाया। महिलाओं की इस व्यापक सहभागिता ने इस शिविर को “स्वस्थ नारी – सशक्त परिवार” की संकल्पना के अनुरूप एक समर्थ और जागरूकता से परिपूर्ण आयोजन बना दिया। ग्रामीणों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में ऐसे शिविर न केवल स्वास्थ्य सुधार का माध्यम हैं, बल्कि यह उन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़ने और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। इस अवसर पर निरीक्षक अमरेश कुमार, मुख्य आरक्षी विकास, SSB के अधिकारी, जवान तथा बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण उपस्थित रहे। कार्यक्रम के समापन पर डॉ. बी.बी. सिंह ने कहा: “सशस्त्र सीमा बल केवल सीमाओं की रक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि हम सीमावर्ती नागरिकों के स्वास्थ्य, शिक्षा और सामाजिक विकास के लिए भी निरंतर प्रयासरत हैं। भविष्य में भी इस प्रकार के नागरिक कल्याण कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जाते रहेंगे। यह शिविर सशस्त्र सीमा बल की “सेवा, सुरक्षा और बंधुत्व” की भावना को मजबूती देता है, और विशेष रूप से ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

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