मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की धर्मपत्नी व सेवा संकल्प धारिणी फाउंडेशन की फाउंडर ट्रस्टी गीता धामी नें कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में जाकर छात्राओं से मुलाकात कर उनके साथ किया भोजन, छात्राएं हुई गदगद।
टनकपुर (चम्पावत)। सूबे के प्रधान सेवक की अर्धांगिनी होते हुए भी फाउंडेशन के माध्यम से समाज सेवा के कार्यों में लगे रहना, प्रकृति से प्रेम, पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य, वृक्षारोपण, निर्धन, असहाय, मेधाबी बच्चों की शिक्षा की जिम्मेदारी निभाने वाली अगर किसी शख्सियत को देखना हों तो वो हैं देवभूमि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की धर्मपत्नी गीता धामी। जो समूचे उत्तराखंड में अपने कार्यों के द्वारा जन जन में लोकप्रियता हासिल कर रहीं हैं। जिन्हें बुजुर्ग महिलाये अपनी बहु बेटी, युवतियाँ अपनी सखी सहेली और किशोर व बच्चे एक ममतामयी माँ के रूप में देखनें लगे हैं। ये शब्द यूँ ही पंक्तिबद्ध नहीं हो रहें हैं वरन आज शनिवार को उनके कार्यक्रम में लोगों की भावनाओं से महसूस किये गये हैं।
शनिवार की दोपहर तक जहाँ उन्होंनें निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से लगभग 1500 लोगों की सेवा का दायित्व निभाया तो वहीं शोकाकुल परिवारों के बीच जाकर उन्हें ढाढस बधाया। दोपहर बाद वो सीधे टनकपुर के कस्तूरबा गाँधी आवासीय विद्यालय पहुंची जहाँ उन्होंनें छात्राओं के साथ समय व्यतीत कर उनके हाल जाने। छात्राओं के साथ भोजन कर उन्होंनें अपनी ममता निछावर करने का कार्य किया। इससे पहले उन्होंनें अपने हाथों से सभी छात्राओं को भोजन परोस कर मातृत्व का फ़र्ज निभाया। जिससे छात्राएं अति प्रसन्न व गौरवान्वित हुई। खाने पर चर्चा के दौरान गीता धामी नें उनकी आगामी बोर्ड परीक्षाओं के लिए शुभकामनाएं दी। आवासीय विद्यालय की तमाम छात्राओं नें प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आज का दिन हमारे लिए गौरवपूर्ण रहा हैं, जहाँ सूबे के मुखिया की अर्धांगिनी नें अपने हाथों से भोजन परोसकर हमारे साथ खाना खाकर हमारे मान सम्मान और आत्मविश्वास को बढ़ाने का कार्य किया हैं। जिसे हम कभी भूल नहीं पाएंगे, यह दिन हमेशा हमारे जहन में अमिट छाप बनकर रहेगा। बताते चले इससे पूर्व छात्राओं नें उनके आगमन पर स्वागत गीत और सांस्कृतिक कार्यक्रम से उनका इस्तकबाल किया।
इस दौरान विधायक प्रतिनिधि दीपक रजवार, नोडल अधिकारी केदार सिंह बृजवाल, प्रशासनिक अधिकारी राजपाल चौहान, भाजपा प्रदेश मंत्री हेमा जोशी, वॉर्डन प्रेमा ठाकुर के अलावा विद्यालय की तमाम अध्यापिकायें, अनुसेविकाएं और स्टॉफ मौजूद रहें।