बनबसा के जनजाति बाहुल्य ग्रामसभा बमनपुरी में आए दिन गुलदार के आतंक से ग्रामीणों में भय का बना हुआ हैं माहौल, खौफ के साये में जीने पर मजबूर हैं ग्रामीण।

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बनबसा के जनजाति बाहुल्य ग्रामसभा बमनपुरी में आए दिन गुलदार के आतंक से ग्रामीणों में भय का बना हुआ हैं माहौल, खौफ के साये में जीने पर मजबूर हैं ग्रामीण।

बनबसा (चम्पावत)। बनबसा के जनजाति बाहुल्य ग्रामसभा बमनपुरी में आए दिन गुलदार के आतंक से ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ हैं, तमाम ग्रामीण खौफ के साये में जीने पर मजबूर हैं। शनिवार को फिर आबादी वाले क्षेत्र में भूमिया मंदिर के पास रात्रि लगभग 8 बजे गुलदार अपने शावको के साथ दिखाई दिया है। जिसकी तस्वीरें लोगों के मोबाईल में कैद हुई हैं। अभी तक कई पालतू जानवरों को गुलदार अपना निवाला बना चुका है, और कई ग्रामीणों पर जानलेवा हमला कर चुका है। लेकिन वन विभाग द्वारा अभी तक सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किये गये हैं। इस आशय की जानकारी बमनपुरी ग्राम प्रधान भावना नेगी से प्राप्त हुई हैं।

ग्राम प्रधान भावना नेगी नें बताया विगत चार वर्षो से सोलर फेंसिंग लगाये जाने व झाड़ी कटान की मांग वन विभाग से की जा रही हैं, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई भी सफलता प्राप्त नहीं हुई हैं, ऐसा प्रतीत हो रहा हैं कि वन विभाग किसी बड़ी घटना का इन्तजार कर रहा हैं। उन्होंनें कहा रात दिन ग्रामीण खौफ के साये में जी रहे हैं लेकिन विभाग के अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है। खौफ का आलम ये हैं कि ग्रामीण अपने पाल्यों को स्कूल नहीं भेज रहे है। उन्होंनें बताया ग्रामसभा में जंगल के किनारे जिले का एक मात्र कुष्ठ आश्रम भी है। कुष्ठ रोगी भी गुलदार के दिन में ही दस्तक देने से खौफ के साये में जीने पर मजबूर हैं। लेकिन वन महकमा इन सबसे अनजान बना बैठा हैं।

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