बदसलूकी – चंडीगढ़ डिपो की बस में चालक परिचालक द्वारा यात्रियों से की जा रहीं है अभद्रता, टनकपुर परिवहन निगम बना लाचार।
➡️ महिला यात्रियों पर भी दिखाई जा रहीं है हनक, नारी शक्ति से भी की जा रहीं है बदसलूकी.
➡️ शिकायत करने पर उत्तराखण्ड परिवहन विभाग दिखा रहा है लाचारी.
टनकपुर (चम्पावत)। चंडीगढ़ डिपो की बस के चालक परिचालक द्वारा टनकपुर की दो महिलाओं से अभद्रता कर उन्हें बस में न बिठाये जाने का मामला सामने आया है। पीड़ित के परिजनों द्वारा जब इस मामले में टनकपुर परिवहन निगम में शिकायत की गयीं तो दूसरे राज्य और डिपो की बस होनें के कारण अपनी लाचारी दिखाई जा रहीं है, मामला सोमवार की शाम चार बजे का बताया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार को नगर की दो महिलाये चंडीगढ़ डिपो की बस संख्या CH01- GA – 7781 में टनकपुर से नजीबाबाद के लिए बैठी। लेकिन बस के चालक परिचालक को सवारी बिठाने में न जाने क्यों आपत्ति होनें लगी। बनबसा में रुकने का बहाना कर वो उन्हें बस से उतारने लगे। लेकिन जब महिला यात्रियों द्वारा जाने की जिद की जाने लगी और न बिठाने का कारण जानना चाहा तो उनके साथ अभद्रता कर जबरन बस से उतार दिया गया। इस मामले में महिलाओं के परिजनों नें जब टनकपुर रोडवेज के अधिकारियों से शिकायत की तो उन्होंनें दूसरे राज्य और डिपो की बस होनें की दलील देते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया। जिससे परिजनों में रोष व्याप्त है।
बताते चले यात्रियों के साथ इस तरह से दुर्व्यवहार किया जाना निंदनीय है, और अगर महिला यात्रियों के साथ बदसलूकी की जा रहीं है तो मानवीय दृष्टिकोण अपनाकर स्थानीय निगम प्रबंधन तंत्र की वैधानिक कार्यवाही अपनानी चाहिए। यदि अन्य राज्यों की बसों को सवारी बनबसा से ही बिठानी है तो वो अपना स्टापेज़ बनबसा ही रख सकते है, टनकपुर में आकर यहाँ की फिजा बिगाड़ने का उन्हें कोई अधिकार नहीं है। टनकपुर परिवहन निगम को भी इस तरह के मामलों पर वैधानिक रुख अपनाने की आवश्यकता है।