नगर पालिका परिषद के सभी सभासद हुए लामबंद, चेयरमेन व ईओ को सम्बोधित 13 सूत्रीय मांग पत्र सौपा, तीन दिन में समाधान न होने की दशा में सोमवार से किया आंदोलन का ऐलान।
➡️ जन समस्याओं का समाधान न होने से सभासद नाराज, आंदोलन का परचम लहराने का किया ऐलान.
➡️ चेयरमेन और ईओ में तालमेल न होने से विकास कार्य प्रभावित.
➡️ सीएम की विधानसभा के टनकपुर में चेयरमेन और ईओ का विवाद मुख्यमंत्री की विकास योजनाओं को लगा रहा हैं पलीता.
➡️ चेयरमेन अपने आवास के कैम्प कार्यालय से चला रहे हैं पालिका, सभासद नाराज, जनता परेशान.
➡️ सभासदो द्वारा बार बार बोर्ड बैठक कराये जाने की लगायी जा रही हैं गुहार, नहीं हो पा रही बैठक.
➡️ चेयरमेन ने नगर पालिका और सभासदो ने चेयरमेन कैम्प कार्यालय से बनायीं दूरी, आखिर कैसे होंगे कार्य.
➡️ आखिर कैसे होगा सूबे के मुखिया की विधानसभा क्षेत्र के टनकपुर का विकास.
टनकपुर (चम्पावत)। नगर पालिका की बोर्ड की बैठक न होने, विकास कार्यों की थकी रफ़्तार, वार्डो की समस्याओं का समाधान न होने सहित तमाम दुश्वारियों से त्रस्त होकर लामबंद हुए सभासदो ने सोमवार से आंदोलन का परचम लहराने का ऐलान किया हैं। जिसकी सूचना उन्होंने 13 सूत्रीय मांग पत्र के द्वारा पालिकाध्यक्ष व अधिशाषी अधिकारी को प्रेषित की हैं।
चेयरमेन व ईओ को प्रेषित पत्र के माध्यम से सभासदो ने कहा कि बोर्ड गठित हुये 05 माह का समय हो चुका है, लेकिन मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र की नगर पालिका टनकपुर की खस्ता हालत, अनियोजित विकास, जन समस्याओं और अनुशासन हीनता में पूरे उत्तराखण्ड में अव्वल नंबर पर हैं, हालांकि सरकार द्वारा बजट देने में कोई भी कोताही नहीं बरती जा रही हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा अपनी विधानसभा के टनकपुर में जहाँ विकास की गंगा बहाये जाने की योजना लागू की जा रही हैं, वही नगर पालिका में ईओ और चेयरमेन का विवाद विकास की गंगा को अवरुद्ध करने का कार्य कर रहा हैं। उन्होंने कहा सभी सभासदों द्वारा पालिका के दोनों मुखियाओं को मौखिक व लिखित रूप से नगर की विभिन्न समस्याओं के सम्बन्ध में समय-समय पर अवगत कराया जाता रहा है। लेकिन समस्याओं का समाधान होने की बजाये दिन प्रतिदिन समस्यायें बढ़ती जा रही है। इस स्थिति में हम सभासदों को अपने-अपने क्षेत्र की जनता का भारी विरोध एवं गुस्सा सहना पड़ रहा है। सभासदो ने गृहकर नामांतरण अतिशीघ्र कराये जाने, स्ट्रीट लाईटो की समस्या का समाधान किये जाने, ठेकेदारों के लाईसेन्स का नवीनीकरण किये जाने, ठेकेदारों के लंबित भुगतान शीघ्र किये जाने, नगर पालिका द्वारा क्रय किये गए संस्थानों के लंबित भुगतान दिए जाने, पालिका कार्यालय के कर्मचारियो को दो बजे तक कार्यालय में रहने, सफाई व्यवस्था में सुधार लाये जाने, बोर्ड बैठक अतिशीघ्र कराये जाने, सफाई का ठेका अतिशीघ्र कराये जाने, पालिका में पड़े कबाड़ की नीलामी अतिशीघ्र कराये जाने, पालिका के वाहनों की अतिशीघ्र मरम्मत कराये जाने, 01 वर्ष से अधिक के जन्म / मृत्यु प्रमाण पत्र शासन द्वारा तय मानको के अनुसार बनाये जाने और उक्त समस्याओं का समाधान तीन दिनों के भीतर कराये जाने की मांग की हैं।
उन्होने कहा ये आखिरी बार निवेदन किया गया हैं कि इन समस्याओ का समाधान पालिका में बैठकर अतिशीघ्र किया जाए, अन्यथा सभी सभासद एकजुट होकर नगर पालिका के कार्यों का विरोध या आन्दोलन को बाध्य होंगे ।
ईओ और चेयरमेन को प्रेषित पत्र में सभासद हसीब अहमद, वकील अंसारी, दिनेश कुमार, दिलदार अली, वर्षा शर्मा, सब्या बाल्मीकि, चर्चित शर्मा, आशा भट्ट, बबीता वर्मा, सविता विष्ट और शैलेन्द्र सिंह के हस्ताक्षर हैं।
बताते चले टनकपुर नगर पालिका परिषद के इतिहास में पहली बार कोई चेयरमेन प्रत्याशी भाजपा के सिंबल पर जीतकर चेयरमेन का ताज़ पहन सका हैं, लेकिन स्थानीय लोगो की माने तो उन्होंने सूबे के मुखिया धामी के कार्यों को देखकर वोट किया, लेकिन वर्तमान में पालिका के हालात बेहतर नजर नहीं आ रहे हैं। फिलहाल सभासदों का कल सोमवार को होने वाला ऐलान सार्थक होगा, अगर ऐसा हुआ तो सीएम की विधानसभा में ये उचित प्रतीत नहीं होगा ।