बड़ी कार्यवाही – भारत नेपाल अंतराष्ट्रीय सीमा पर एसएसबी को मिली बड़ी सफलता, 78 लाख नेपाली मुद्रा के साथ एक व्यक्ति को किया गिरफ्तार।
बनबसा (चम्पावत)। रविवार को 57वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के सीमा चौकी बनबसा द्वारा अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कड़ी सतर्कता एवं सघन जांच अभियान के अंतर्गत बड़ी मात्रा मे नेपाली करेंसी बरामद की गयी। कार्यवाहक कमांडेंट, 57वीं वाहिनी दीपक सिंह जयाडा, के निर्देशन में सीमा सुरक्षा को और भी सुदृढ़ किया जा रहा है तथा अपराधियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है। विशेष सूचना के आधार पर सीमा चौकी बनबसा की टीम ने अंतरराष्ट्रीय चेक पोस्ट पर जांच के दौरान भारत से नेपाल जाने वाले एक संदिग्ध व्यक्ति एवं उसकी कार (मारुति अर्टिगा संख्या UK03TA2021) की गहन तलाशी ली। वाहन जांच के दौरान वाहन के तहखाने से 78 लाख की नेपाली करेंसी बरामद की गयी। नेपाली करेंसी के साथ एसएसबी की टीम ने 32 वर्षीय सलमान अंसारी पुत्र रजा अंसारी, निवासी मीना बाजार, बनबसा, जिला चम्पावत को अपनी सुपुर्दगी मे लिया। पूछताछ मे सलमान ने एसएसबी को बताया वह नेपाली करेंसी को नेपाल में किसी के सुपुर्द करने जा रहा था। नेपाली करेंसी से सम्बंधित कोई भी दस्तावेज वह टीम के समक्ष प्रस्तुत नहीं कर सका । एसएसबी ने नकदी को जब्त कर उसे अग्रिम कार्यवाही हेतु कस्टम विभाग, बनबसा के सुपुर्द कर दिया । इस अभियान में निरीक्षक लालचंद, सहायक उप निरीक्षक जयपाल, मुख्य आरक्षी मुथु राजा, आरक्षी शालिनी एवं आरक्षी सोलंकी की भूमिका अत्यंत सराहनीय रही, जिन्होंने अपने कर्तव्यबोध, सतर्कता एवं निष्ठा से सीमा पर चल रहे संदिग्ध वित्तीय लेन-देन एवं अंतरराष्ट्रीय तस्करी की साजिश को विफल किया। दिनेश यादव, सहायक कमांडेंट , बनबसा ने बताया की यह घटना न केवल सीमावर्ती क्षेत्र में हो रही आपराधिक गतिविधियों की गंभीरता को दर्शाती है, बल्कि सशस्त्र सीमा बल की निरंतर चौकसी, उच्चस्तरीय पेशेवर दक्षता और राष्ट्र के प्रति समर्पण का प्रमाण भी है। एसएसबी के जवान जहां एक ओर नागरिकों के प्रति सौहार्द्र एवं भाईचारे की भावना के साथ व्यवहार कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर अपराधियों के प्रति सख्ती एवं जीरो टॉलरेंस की नीति को दृढ़ता से लागू कर रहे हैं। 57वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल द्वारा भविष्य में भी इसी प्रकार की कार्रवाहियों को और प्रभावी तरीके से अंजाम दिया जाएगा ताकि भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र को सुरक्षित, पारदर्शी एवं अपराधमुक्त बनाया जा सके।