नेताजी सुभाष लोकसेवा समिति ने विजया भवन में आजाद हिन्द फौज का 81 वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया।
टनकपुर (चम्पावत)। बुधवार को नेताजी सुभाष लोकसेवा समिति ने विजया भवन में आजाद हिन्द फौज का 81 वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। लोकसेवा समिति के पदाधिकारियों ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंच कर 81 दीप प्रज्वलित किये तत्पश्चात समिति के अध्यक्ष दिनेश चन्द्र शास्त्री एवम् संरक्षक कान्ति बल्लभ जोशी ने संयुक्त रूप से आजाद हिन्द फौज का झण्डा फहराया इस अवसर पर समिति के सक्रिय कार्यकर्ता भगत सिंह ने व्यवस्था में सहयोग किया।
समिति के अध्यक्ष दिनेश चन्द्र शास्त्री ने आजाद हिन्द फौज के इतिहास पर प्रकाश डाला।उन्होंने कहा कि आजाद हिन्द फौज के गठन के समय विश्व के 11 देशों ने आजाद हिन्द सरकार को मान्यता दी, 12हजार सैनिक स्थाई और 45000 सैनिक अस्थाई थे।अंग्रेजों से लड़ते-लड़ते 22 हजार सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए। आजाद हिन्द फौज ने अण्डमान निकोबार द्वीप फतह करके उसका नाम स्वतंत्र दीप शहीद द्वीप रखा और आजादी का पहला झण्डा फहराया और भर्ती दफ्तर व बैंक खोले। जबकि ब्रिटिश सेना के 33 हजार सैनिक शहीद हुए थे। इस अवसर पर आजाद हिन्द फौज के शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी गयी। वक्ताओं ने कहा कि आजाद हिन्द फौज के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता। कार्यक्रम का संचालन कान्ति बल्लभ जोशी ने किया और अध्यक्षता दिनेश चन्द्र शास्त्री, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भगत सिंह मेहरा रहे। जिसमे तमाम लोगो ने प्रतिभाग किया।


