नवागत जिलाधिकारी मनीष कुमार ने टनकपुर क्षेत्र के आपदा संभावित क्षेत्रों का किया स्थलीय निरीक्षण, सम्बन्धित विभागों को दिये सख्त निर्देश।

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नवागत जिलाधिकारी मनीष कुमार ने टनकपुर क्षेत्र के आपदा संभावित क्षेत्रों का किया स्थलीय निरीक्षण, सम्बन्धित विभागों को दिये सख्त निर्देश।

टनकपुर (चम्पावत)।जिलाधिकारी मनीष कुमार ने बुधवार को टनकपुर क्षेत्रांतर्गत आपदाग्रस्त एवं संवेदनशील क्षेत्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओ का जायजा लिया। उन्होंने किरोड़ा पुल से किरोड़ा नाले तक हो रहे चैनेलाइजेशन कार्यों की समीक्षा की एवं स्थल पर पहुंचकर नाले की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बूम घाट क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण कर वहाँ हो रहे कार्यों की समीक्षा की। इसके साथ ही बाटनागाढ़ व शारदा नदी के किनारे हो रहे भू-कटाव, जलभराव तथा सुरक्षात्मक कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने माँ पूर्णागिरि मार्ग एवं बाटनागाड़ के संवेदनशील स्थलों का भी स्थलीय निरीक्षण किया।

जिलाधिकारी ने बूम फॉरेस्ट गेस्ट हाउस में संबंधित अधिकारियों एवं विभागीय प्रतिनिधियों के साथ बैठक में जिलाधिकारी ने सिंचाई और वन विभाग को संयुक्त सर्वेक्षण करने के निर्देश दिये। उन्होंने भूवैज्ञानिक से क्षेत्रीय अध्ययन एवं प्लानिंग की विस्तृत जानकारी लेते हुए नालों के प्रभावी चैनलाइजेशन की आवश्यकता पर बल दिया।

जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिये कि संवेदनशील क्षेत्रों में साइनबोर्ड, आपातकालीन सूचना व चेतावनी संकेतक अवश्य लगाए जाएं। एनएचएआई यह सुनिश्चित करे कि राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों ओर ड्रेनेज बनी हो एवं नालों में चोकिंग न हो। उन्होंने कहा जलभराव और बाढ़ की स्थिति किसी भी विभाग की लापरवाही से स्वीकार्य नहीं होगी। राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्पीड लिमिट बोर्ड अनिवार्य रूप से लगाए जाने के उन्होंने निर्देश दिए। स्वच्छता एवं जनसुविधा हेतु निर्देश जिलाधिकारी ने जिला पंचायत को निर्देशित किया कि चम्पावत से टनकपुर तक सार्वजनिक स्थलों पर शौचालय एवं डस्टबिन की स्थापना सुनिश्चित करें। रेलवे विभाग को स्पष्ट निर्देश दिये गए कि अंडरपास से जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान सुनिश्चित करें। अंडरपास की ड्रेनेज व्यवस्था दुरुस्त की जाए। साइनबोर्ड लगाए जाएं। रेलवे लाइन के समीप क्रॉस-ड्रेनेज की समुचित व्यवस्था हो ताकि जलभराव की स्थिति उत्पन्न न हो। ईओ टनकपुर व बनबसा को निर्देशित किया गया कि सभी नालियों की तत्काल सफाई कर चोकिंग न होने दें। सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं (strey cattle) की देखरेख के लिए गौशालाओं की स्थिति सुनिश्चित की जाए। मृत पशुओं के उचित निस्तारण की व्यवस्था की जाए। SDRF को निर्देशित किया गया कि सम्पूर्ण उपकरणों सहित पूर्णतया अलर्ट मोड पर रहें, साथ ही खटीमा क्षेत्र के लिए भी तत्परता बनाए रखें।

इस दौरान पुलिस अधीक्षक अजय गणपति, अपर जिलाधिकारी जयवर्धन शर्मा, उप जिलाधिकारी टनकपुर आकाश जोशी, उप जिलाधिकारी अलकेश नौडियाल, पुलिस क्षेत्राधिकारी वंदना वर्मा, एसडीओ फॉरेस्ट शालिनी जोशी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल, सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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