बनबसा में देखने को मिलेगा अनोखी होली का नजारा, रविवार को बनबसा के मिनी स्टेडियम में कुमाऊनी और ब्रज की होली की होंगी अनूठी प्रस्तुति।
बनबसा (चम्पावत)। बनबसा में होली महोत्सव को भव्य और यादगार बनाने के लिए “रंगोत्सव 2025” का आयोजन किया जा रहा है। यह विशेष कार्यक्रम 09 मार्च 2025 (रविवार) को प्रातः 11:00 बजे, मिनी स्टेडियम, बनबसा में आयोजित होगा। होली उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे यहां पारंपरिक तरीके से मनाने की विशेष परंपरा रही है। इस आयोजन में उत्तराखंड की प्रसिद्ध कुमाऊनी खड़ी होली और ब्रज की फूलों वाली होली का अदभुत संगम देखने को मिलेगा।
इस रंगारंग उत्सव में सुई, भिगराड़ा, टनकपुर और बनबसा की प्रतिष्ठित होली टीमों द्वारा पारंपरिक कुमाऊनी खड़ी होली की मनमोहक प्रस्तुतियाँ दी जाएंगी। उत्तराखंड की यह अनूठी सांस्कृतिक धरोहर अपने सुर, लय और भावनाओं के माध्यम से भक्तिरस और उल्लास का संचार करेगी। इसके साथ ही स्थानीय होली टीमों की शानदार प्रस्तुतियाँ भी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देंगी। इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण होगा ब्रज की प्रसिद्ध फूलों वाली होली, जिसमें गुलाल और फूलों की वर्षा के साथ एक भक्तिमय और रंगीन वातावरण तैयार किया जाएगा। इस विशेष प्रस्तुति में श्रद्धालु प्रेम, भक्ति और आनंद के रंगों में सराबोर होकर होली का आनंद लेंगे। होली केवल रंगों का त्योहार नहीं, बल्कि आपसी प्रेम, सौहार्द और भाईचारे का संदेश देने वाला पर्व है। यह आयोजन उत्तराखंड की लोकसंस्कृति को जीवंत रखने और समाज में एकजुटता लाने का प्रयास है।
कार्यक्रम संयोजक ललित कुंवर ने रंगोत्सव 2025 के बारे में कहा कि “यह आयोजन न केवल हमारी सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने का प्रयास है, बल्कि नई पीढ़ी को अपनी परंपराओं से जोड़ने का भी एक जरिया है। हम चाहते हैं कि लोग इस उत्सव में पूरे उत्साह के साथ भाग लें और अपनी समृद्ध लोकसंस्कृति का हिस्सा बनें।” रंगोत्सव समिति सभी क्षेत्रवासियों से अपील करती है कि वे इस भव्य सांस्कृतिक आयोजन में अधिक से अधिक संख्या में भाग लें और हमारी समृद्ध लोकसंस्कृति को संरक्षित एवं संजोने में अपना योगदान दें। इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनकर रंगों, संगीत और भक्ति के संगम का आनंद उठाएं और इस पर्व को अविस्मरणीय बनाये जाने की अपील की गयीं।