आफत – पहाड़ो में हो रही बरसात ने टनकपुर के बाटनागाढ़ के मलबे ने तीर्थयात्रियों का रास्ता रोका, फंसे हुए लगभग पांच हजार श्रद्धालुओं का प्रशासन ने किया रेस्क्यू, शुक्रवार तक यातायात सुचारु होने की जताई जा रही हैं सम्भावना।
टनकपुर (चम्पावत)। पहाड़ो में लगातार हो रही बारिश के चलते बाटनागाढ़ में भारी मलबा आ जाने के कारण टनकपुर पूर्णागिरि व जौलजीबी मार्ग आवाजाही के लिए बाधित हो गया। जिससे पूर्णागिरि धाम जा रहे श्रद्धालु बीच मार्ग में फंस गए। घटना की सूचना मिलते ही उपजिलाधिकारी आकाश जोशी के नेतृत्व में आपदा प्रबंधन, पुलिस, स्वास्थ्य एवं लोक निर्माण विभाग की संयुक्त टीम द्वारा त्वरित रेस्क्यू अभियान चलाया गया। अभियान के अंतर्गत लगभग 5000 से अधिक श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया और उन्हें उनके गंतव्य की ओर रवाना किया गया। रेस्क्यू अभियान के दौरान श्रद्धालुओं को जलपान, पेयजल, नमकीन, बिस्कुट आदि वितरित किए गए। स्वास्थ्य विभाग की ओर से डिहाइड्रेशन व अन्य समस्याओं से ग्रसित श्रद्धालुओं को प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराया गया।
इस मौके पर संभागीय परिवहन अधिकारी सुरेंद्र कुमार, प्रभारी निरीक्षक चेतन रावत, चिकित्साधिकारी डॉ. मानवेंद्र शुक्ला, एफएसओ अमर सिंह अधिकारी, ठुलीगाड़ थाना प्रभारी राकेश कठायत, एसडीआरएफ व पुलिस बल के अधिकारी कर्मचारी मौके पर मौजूद रहे और अभियान को सफलतापूर्वक संचालित किया।
उपजिलाधिकारी आकाश जोशी ने इस अभियान की जानकारी देते हुए बताया मार्ग बहाली का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। श्रद्धालुओं एवं स्थानीय नागरिकों से अपील की गई है कि मार्ग खुलने तक धैर्य बनाए रखें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें। वही दूसरी और लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता लक्ष्मन सिंह सामंत ने बताया मलबा हटाने के लिए एक जेसीबी, एक पोकलेण्ड और डम्पर लगाया गया हैं, शुक्रवार तक यातायात सुचारु होने की सम्भावना व्यक्त की जा रही हैं।