जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत हुए कार्यों का होगा स्थलीय निरीक्षण, नरेन्द्र उत्तराखंडी के आत्मदाह की धमकी के बाद जागा महकमा।
चम्पावत। नरेन्द्र उत्तराखंडी उर्फ हरीश शर्मा विगत दो वर्षो से विभाग में किये गये कार्यों के भुगतान के लिए अपनी आवाज़ बुलंद करते आ रहें है, लेकिन उनकी आवाज़ नक्कारखाने में तूती की आवाज़ साबित हो रही थी। जब उन्होंनें आत्मदाह की चेतावनी दी, उसके बाद महकमा हरकत में आया। अब 21 नवम्बर को विभागीय कार्यों के स्थलीय निरीक्षण के साथ ही भ्रष्टाचार के मामले की जाँच होंगी। जिसके लिए बाकायदा जिलाधिकारी के निर्देश पर जाँच समिति का गठन किया गया है। राज्य आंदोलन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नरेन्द्र उत्तराखंडी नें भ्रष्टाचार के लिए सार्थक मुहिम का आगाज किया है, जो अब परवान चढ़ती नजर आ रही है।
राज्य आंदोलनकारी नरेन्द्र उत्तराखंडी उर्फ हरीश शर्मा के मुताबिक जिले में जल जीवन मिशन में बड़े घोटाले की बू आ रहीं है। जिसके पर्दाफाश के लिए उन्होंनें मुहिम शुरू की है। उन्होंनें विभागीय कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि कार्य पूरा होनें के बावजूद विभागीय कर्मचारी स्थलीय निरीक्षण नहीं कर रहें है और इसके बदले मोटे कमीशन की मांग कर रहे हैं।
इस सम्बन्ध में सहायक परियोजना निदेशक जिला ग्राम्य विकास अभिकरण के द्वारा स्थलीय निरीक्षण किये जाने का पत्र जारी किया है। जिसमें ठेकेदार नरेन्द्र उत्तराखंडी सहित सम्बंधित अधिकारियो को उपस्थित रहने को कहा गया है।
बताते चलें 21 नवम्बर से शुरू होनें वाली जाँच के बाद भ्रष्टाचार का जिन्न बोतल से बाहर निकल पायेगा, या किसी पुख्ता बंकर में और सुरक्षित हो जायेगा, ये बड़ा सवाल है। अलबत्ता जाँच का ऊंट किस करवट बैठेगा ये तो आने वाला समय बताएगा, फिलहाल भ्रष्टाचार के खिलाफ हरीश शर्मा द्वारा शुरू की गयीं मुहिम के परिणाम के लिए लोग इंतजार करते नजर आ रहें है।