हमारी भी सुनों फरियाद – खनन वाहनों का फिटनेस शुल्क कम किये जाने और अवेध खनन पर रोक लगाये जाने की मांग को लेकर मां शारदा खनन ट्रक एसोसिएशन ने अध्यक्ष अमन ठाकुर के नेतृत्व में मुख्यमंत्री व डीएम को भेजा ज्ञापन।
➡️ पुराने खनन वाहनों की फिटनेस शुल्क में छूट दिए जाने की करी मांग।
➡️ पडोसी राज्य में 1850/- और उत्तराखंड में दस गुना 18500/ लिया जा रहा हैं फिटनेस शुल्क.
➡️ एक जिले में एक खनन नियमावली की करी मांग.
➡️ मशीनों से खनन किये जाने पर रोक लगाया जाना नितांत आवश्यक.
टनकपुर (चम्पावत)। खनन वाहनों का फिटनेस शुल्क कम किये जाने की मांग को लेकर मां शारदा खनन ट्रक एसोसिएशन ने अध्यक्ष अमन ठाकुर के नेतृत्व में मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन एसडीएम आकाश जोशी को सौपा। मां शारदा खनन ट्रक एसोसिएशन ने खनन से जुड़े वाहनों का फिटनेस शुल्क कम करने की मांग की है। साथ ही जीपीएस छूट कराने का भी आग्रह किया है।
ज्ञापन में कहा कि शारदा नदी में खनन से 600 वाहन स्वामियों के अलावा मजदूर, चालक सहित कई हजार लोगों का प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजी-रोटी जुड़ी है। उत्तराखंड के पड़ोसी राज्य में पुराने वाहनों का फिटनेस शुल्क 1850 रुपये है। जबकि उत्तराखंड में ये शुल्क तकरीबन दस गुना 18500 रुपये है। इससे वाहन स्वामियों को अतिरिक्त आर्थिक बोझ उठाना पड़ता है। एसोसिएशन ने फिटनेस शुल्क की दर पूर्व की तरह करने का आग्रह किया है। इसके अलावा जीपीएस छूट देने की भी मांग की गई है। ज्ञापन में एसोसिएशन के अध्यक्ष अमन ठाकुर, पूर्व अध्यक्ष जीडी खुल्लर, दीपक जोशी, जगदीश थ्वाल, शहरोज हुसैन, तेज सिंह खाती, नसीम हुसैन, संजय मिश्रा आदि के हस्ताक्षर हैं।
अवैध खनन पर लगे लगाम लगाये जाने की मांग………
टनकपुर। मां शारदा खनन ट्रक एसोसिएशन ने अवैध खनन पर लगाम लगाने की मांग की है। इसे लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजा गया है। कहा कि सरकारी खनन सिर्फ एक जगह टनकपुर शारदा के डाउन स्ट्रीम में बैराज पुल के नीचे होता है। वहीं चंपावत क्षेत्र में निजी पट्टों से भी खनन होता है। निजी खनन में अक्सर नियमों को ताख पर रखा जाता है, जिसकी मार टनकपुर क्षेत्र के खनन कारोबारियों को पड़ती है। एसोसिएशन ने खनन निकासी शुरू होने से पूर्व नियमों के अनुपालन को लेकर सभी खनन पट्टाधारको, खनन व्यापारियों व सम्बंधित विभागीय अधिकारियो की संयुक्त बैठक किये जाने की मांग की है।


