टनकपुर में नवयुवक रामलीला कमेटी द्वारा आयोजित भागवत कथा के दूसरे दिन परीक्षित की कथा के साथ बताया गया संगति का महत्व।

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टनकपुर में नवयुवक रामलीला कमेटी द्वारा आयोजित भागवत कथा के दूसरे दिन परीक्षित की कथा के साथ बताया गया संगति का महत्व।

टनकपुर (चम्पावत)। मंगलवार को नवयुवक रामलीला कमेटी टनकपुर द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन कथा वाचक व्यास अनंतदास जी महाराज द्वारा महाभारत की कथा, सृष्टि की उत्पत्ति की कथा सुंदर तरीके से सुनाई गई। कथा वाचक व्यास अनंतदास जी महाराज ने परीक्षित की कथा सुनाते हुए कहा कि मनुष्य जीवन में संगति का बड़ा महत्व है। जीवन किस दिशा में जाएगा यह संगति पर ही निर्भर करता है। हमेशा अच्छे, संस्कारी और आध्यात्मिक जनों की संगत में रहना चाहिए।

इसके बाद उन्होंने परिक्षित जन्म का वर्णन किया और बताया कि किस वजह से उन्हें अकाल मृत्यु का श्राप मिला था। कथा व्यास ने परिक्षित मोक्ष के संबंध में भी विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि भागवत के प्रभाव से ही परिक्षित को मुक्ति मिली थी। उन्होंनें कहा कि श्राद्ध पक्ष में भागवत के पढ़ने और सुनने से पित्रों को शांति प्राप्त होती है।

इस अवसर पर कथा के यजमान आलोक अग्रवाल, मयंक गर्ग, कमेटी के सचिव मयंक पंत, संजय पांडे, संरक्षक संजय अग्रवाल, संरक्षक ओमकार सिंह, संस्थापक विशाल अग्रवाल, नीरज सिंह, चंद्रप्रकाश गुप्ता, बोर्ड अध्यक्ष गौरव गुप्ता, कोषाध्यक्ष अमित परवेज, उपाध्यक्ष करन शर्मा, विपिन गुप्ता, उपाध्यक्ष कल्पना आर्य, पूनम कोहली, पूर्व अध्यक्ष प्रतिभा अग्रवाल, नेहा पांडे के अलावा कमेटी के अन्य सदस्य और सैकड़ों की संख्या में भक्त उपस्थित रहे।

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