आंदोलन समाप्त – पिछले 6 दिनों से लोहाघाट पेयजल समस्या हेतु चल रहा आंदोलन डीएम के हस्तक्षेप के बाद हुआ समाप्त।
➡️ लोहाघाट नगर के लिए 108 करोड़ रुपए लागत की सरयू लिफ्ट पेयजल योजना।
लोहाघाट। लोहाघाट में नगर में लंबे समय से चले आ रहे पेयजल संकट से लोगों को राहत देने के लिए सरयू लिफ्ट पेयजल योजना के निर्माण की मांग को लेकर लोहाघाट संघर्ष समिति द्वारा बीते 6 दिनों से कचहरी परिसर में किया जा रहा धरना प्रदर्शन आज समाप्त हो गया है। जिलाधिकारी नवनीत पांडे आज अधिकारियों के साथ कचहरी परिसर में पहुंचे, जहां उन्हें धरना दे रहे लोगों ने अपनी समस्या बताई। जिलाधिकारी ने कहा कि लोहाघाट के लोग जिस जल संकट को लंबे समय से झेलते आ रहे हैं उसे स्वयं मा. मुख्यमंत्री जी द्वारा अहसास करते हुए सरयू लिफ्ट पेयजल योजना के निर्माण की घोषणा की गई थी, इसके बाद जल निगम द्वारा 108 करोड़ रुपये लागत वाली सरयू लिफ्ट पेयजल योजना की डीपीआर बनाकर शासन को भेजी है, क्योंकि यह इतनी बड़ी योजना है, जिसके निर्माण में तीन चार साल लगना स्वाभाविक है। अलबत्ता नगर की पेयजल समस्या को देखते हुए वैकल्पिक एवं पेयजल टैंकरों के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा। जिलाधिकारी ने मौके में मौजूद संघर्ष समिति से जल संस्थान के अधिशासी अभियंता को नगर क्षेत्र में टैंकरों की संख्या बढ़ाकर जलापूर्ति करने तथा टुल्लू पंपों व अवैध कनेक्शनों को रोकने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी की बातों का संघर्ष समिति से जुड़े विपिन गोरखा,प्रहलाद सिंह मेहता, डी डी पांडे, शैलेन्द्र राय, राज्य आंदोलनकारी गणेश पुनेठा एवं समिति के अन्य लोगों ने धरना समाप्त करने की घोषणा की। उनका कहना था कि वे जिलाधिकारी की बातों का पूरा यकीन करते हुए उनसे अपेक्षा करते हैं कि वे सरयू लिफ्ट पेयजल योजना के निर्माण में गति देने के साथ लोहाघाट नगर की मौजूदा गंभीर पेयजल समस्या के लिए वैकल्पिक उपाय करेंगे। इस अवसर पर एसडीएम लोहाघाट नितेश डांगर, तहसीलदार जगदीश नेगी व अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।